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Delhi: तीसरा टर्म मिला है आपको, कुछ तो शर्म करो, Amit Shah पर Manish Sisodia का हमला | BJP Vs AAP – News

Manish Sisodia –  महोदय आज यह सदन दिल्ली में बिगड़ती कानून व्यवस्था और गृहमंत्री अमित शाह जी के टोटल फेलियर के बारे में चर्चा कर रहा है यह सिर्फ शब्द नहीं है कि दिल्ली में कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है यह दिल्ली के लाखों करोड़ों लोगों की जिंदगी से जुड़ा हुआ मसला है यह सिर्फ मुद्दा नहीं है कि यहां विधानसभा में चर्चा हो रही है इस सदन के बाहर जो दिल्ली बैठी है उसके 24 घंटे वह कैसे जी रही है उसका बच्चा स्कूल जा रहा है तो वह कैसे जी रही है उसकी घर की महिला कोई बाहर जा रही है कोई बुजुर्ग जा रहा है तो वह कैसे जी रही है एक व्यापारी शाम को दुकान बंद करके
जा रहा है तो वह किस उम्मीद के साथ जा रहा है कि सुबह जब घर लौटूंगा जब दुकान पर लौटूंगा दुकान खोलूंगा वापस तो धमकी भरी चिट्ठी धमकी भरा फोन या गोलीबारी कल मेरी दुकान पर नहीं होगी इस सब डर के साय में जी रही दिल्ली की आवाज हम उठा रहे हैं य यह कोई ऐसा मुद्दा नहीं है कि हम आ रहे हैं य बीजेपी के बारे में कुछ कह रहे बीजेपी के बारे में हम नहीं कह रहे हम तो दिल्ली के लोगों के बारे में कह रहे हैं कि आज अमित शाह जी की वजह से दिल्ली का एक आम नागरिक 24 घंटे डर के साय में जी रहा और ये हम तो आम आदमी पार्टी के विधायक लोग हैं कह सकते हैं जी पॉलिटिकल
है होगा जी पॉलिटिकल य एनसीआरबी नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो वह तो भारत सरकार की संस्था है एनसीआरबी का डाटा कह रहा है कि दिल्ली में हर 200 हज परिवार पर 1832 परिवारों में अपराध की घटनाए हो 1832 परिवार अपराध के शिकार हो रहे हैं हर 200 हज परिवारों में से 1832 परिवार अपराध के शिकार हो रहे हैं मतलब लगभग लगभग 10 पर दिल्ली के परिवार अपराध के शिकार हो रहे हैं और यह लोग य ढोल बजा रहे हैं जी0 में कुछ नहीं हुआ जी0 में कुछ नहीं हुआरे लोग रो रहे हैं लोग डर रहे हैं और आप ढोल बजा रहे हो जी 20 में हमने कुछ नहीं होने दिया अरे अगर तुम इतने ही अच्छे हो तो
पूरे हर दिन को जी0 का दिन बना दो ना दिल्ली के लोग भी तो जी0 से ज्यादा इंपोर्टेंट है अभी साइबर क्राइम का तो जिक्र नहीं आया एनसीआरबी के डाटा में अगर आप दिल्ली में सामान्य लोगों से भी बात कर लो किसी गली में लोग बताएंगे भाई मेरे फोन पर फोन आया मैसेज आया मेरा फोन हैक कर लिया मेरे फोन में 500 नंबर थे मेरे फोन में हजार नंबर थे सबको मैसेज भेज दिया मैं बड़ी मुसीबत में हूं 00 ट्रांसफर कर दो 00 ट्रांसफर कर दो सरकारी अधिकारियों से लेकर प्राइवेट कंपनी में गली में रह रहे आदमी से लेकर सबके पास फोन आ रहे हैं और सबके नाम से जा रहे हैं
साइबर क्राइम का ऐसा धंधा बन गई है दिल्ली और जब 1000 लोगों के पास मैसेज जाता है किसी को लगता है कि कोई मुसीबत में होगा मेरा 10 प 20 हज ट्रांसफर कर देता है भावना जी के साथ हो गया मेरी एक साथी है मेरे साथ काम करती है कल वो मुझे बता रही थी हालत इसलिए नहीं है कि उसके उसके फोन में 10 15 हज फोन है पुराने समय से चले आ रहे हैं सबके पास मैसेज भेज दिया 00 ट्रांसफर करा दो अब 10000 में से कुछ लोगों ने करा भी दिए कि हो सकता है मुसीबत में हो वह बेचारी गई साइबर सेल वहां उसको कल ही गई थी वहां बोला गया ऐसा है मंडे आना अब मंडे
भी कोई मिलेगा कि नहीं मिलेगा उसको पता नहीं तो यह तो हालत कर रखी है इन्होने दिल्ली वालों की और ये ढोल बजा रहे हैं जी 20 में हमने कुछ होने दिया था जी में कुछ नहीं होने दिया था तो जी 20 वाला ढोल रोज दिल्ली की जनता के लिए क्यों नहीं बजाते हो यह विदेशी मेहमान आए थे वही तुम्हारे चाचा जी लगते हैं दिल्ली की जनता कुछ नहीं लगती है उसके लिए भी तो कुछ करो यह अच्छी बात है कि विदेशी मेहमान आए और आपने अपराध नहीं होने दिए इसका मतलब दिल्ली की जनता के ऊपर अपराध आप करवा रहे हो आप स्वीकार कर रहे हो इस बात को क्यों हो रहे दिल्ली की जनता के ऊपर

अपराध अगर आप जी 20 के समय रोक सकते हो तो आज क्यों नहीं रुक रहा कल क नहीं रुक रहा कल क्यों नहीं रुकेगा इसका मतलब आप शामिल हो अपराध में इसका मतलब गुंडे पाल रखे आपने इसका मतलब आप रेप करा रहे हो इसका मतलब स्वीकृति है देखो हमने जी में नहीं होने दिया था और अब हम रोज करा रहे इसका मतलब यह भी है क्यों करा रहे हो भाई दिल्ली के लोगों से इतनी नफरत दिल्ली के लोगों से इतनी हेट आपको कि उनको अपराध की राजधानी में रखोगे आप आप खुद सोचो तो सही आप क्या बोल रहे हो अध्यक्ष महोदय महिलाओं के खिलाफ एनसीआरबी का डाटा है य मेरा नहीं है कोई पॉलिटिकल पार्टी का
डाटा नहीं है इन्हीं की भारत सरकार का डाटा है महिलाओं के खिलाफ अपराध के 14158 मामले दर्ज किए गए जो देश के 19 महानगरों में सबसे ज्यादा है इनमें से 1204 बलात्कार के मामले शामिल है यानी कि प्रतिदिन कम से कम तीन बलात्कार हो रहे हैं दिल्ली में और ये तो रिपोर्ट हो रहे हैं और जो मैंने 20000 परिवारों पर 1832 का डाटा बताया आप यह भी देख लीजिए कि एनसीआरबी कह रही है कि हर 20000 परिवारों में से 1832 परिवार किसी ना किसी अपराध का शिकार हो रहे हैं यही एनसीआरबी बता रही है कि पूरे देश में यह एवरेज 400 22 का है पूरे देश में हर 20000 परिवारों पे 422
अपराध हो रहे हैं लेकिन दिल्ली में हर 200 हज परिवारों पर 1832 परिवार अपराध का शिकार हो रहे हैं क्या कर रहे हो भाई दिल्ली की जनता ने एक ही तो जिम्मेदारी दी है कि पुलिस को ठीक से संभालो पुलिस को लेकर चलो साथ में केजरीवाल जी को दिल्ली की जनता ने जिम्मेदारी दी स्कूल ठीक कर दो करके दिखा दिए अस्पताल ठीक कर दो करके दिखा दिए बिजली 24 घंटे कर दो करके दिखा दी बिजली के बिल जीरो कर दो महंगी नहीं होनी चाहिए बिजली बिजली फ्री में देके दिखा दी प् ट्रांसपोर्ट महगा नहीं होना चाहिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट फी करके दिखा दिया महिलाओं के
लिए आपको एक जिम्मेदारी दी दिल्ली की जनता ने साब दिल्ली पुलिस से हमें सुरक्षित करके दिखा दो आप तो कह रहे हो हम तो नहीं करके दिखाएंगे हम तो केवल जी 20 में कराएंगे अब क्या दिल्ली अगले 20 साल बाद जी 20 का इंतजार करे ठी सुरक्षित होने के लिए दिल्ली अगले 20 साल का इंतजार नहीं करेगी दिल्ली आपको ठिकाने लगाएगी दिल्ली आपको हवा में उड़ाए गी अध्यक्ष महोदय बच्चों की खिलाफ अपराध के मामले भी चिंताजनक हैं 2022 में दिल्ली के बच्चों के खिलाफ 7400 मामले दर्ज किए गए 7400 और चारों तरफ हर तरफ विजेंद्र गुप्ता जी बैठे हैं मुझे पूरी उम्मीद है कि जब आप

 

इनको बोलने का मौका देंगे तो वह सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के एक नेता की तरह नहीं रोहिणी विधानसभा के एमएलए के रूप में भी बताएंगे कि उनकी विधानसभा में दो बम की घटनाएं हुई है क्या किया इन्होंने जाके गृहमंत्री अमित शाह जी के सामने धरना देना चाहिए था इनको कि आपकी सारी की सारी एजेंसी फेल हो गई मेरी विधानसभा में लोग डरे हुए हैं इनकी विधानसभा में लोग डरे हुए हैं इस बात को लेके रोहणी के लोग डरे हुए हैं मैं दिल्ली का शिक्षा मंत्री रहा हूं मुझको पता है स्कूलों में बम फट रहे हैं स्कूलों के किनारे बम फट रहे हैं रोज स्कूलों में धमकियां आ रही है बम की सर
सोच के देखिए हमारे भी बच्चे हैं क्या बीती होगी उन मां-बाप पे जब उनको पता चलता है कि फलाने स्कूल में बम की धमकी आ गई हार्ट अटैक नहीं हो गया यही बहुत बड़ी बात है घर में बैठी को या ड्यूटी पर गए हुए पिता को ये कह रहे हैं प पॉलिटिसाइज मत करो पॉलिटिकल मत बोलो क्यों नहीं बोले दिल्ली के एक एक मां-बाप का दुख है कि वो उनका बच्चा जिन स्कूलों में पढ़ने जा रहा है वहां पर खबरें आ रही है बम की बम की धमकियां मिल रही है आज फ्लाइट में बम की धमकी आ जाती है सारे एयरपोर्ट पर हालत खराब हो जाती है जिन जिन के लोग फ्लाइट में चल रहे हैं फ्लाइट में गए हैं
किसी फ्लाइट को उनसे पूछ के देखो क्या हालत बीती है उन पर आपके लिए तो खबर होगी वो लेकिन उनके लिए सोचो ना जिनके लोग किसी फ्लाइट को पकड़ने एयरपोर्ट पर गए हुए हैं क्या बीती होगी उन परे आप कह रहे हो अपराध तो कोई विषय नहीं है क्यों विषय नहीं है उस मां से पूछो जिसका बच्चा स्कूल गया है उस भाई बहन से पूछो जिसका उस पत्नी से पूछो जिसका पति अभी फ्लाइट पकड़ने के लिए गया है आप बम ब्लास्ट करा रहे दिल्ली में आपको कह रहे हमें पता ही नहीं है महीने के अंदर अंदर दो बम ब्लास्ट हो गए क्या कर रही है आपकी एजेंसी इससे बढ़िया इससे बड़ा फेलियर तो
अब तक नहीं देखा मैंने मैं पत्रकार भी रहा हूं राजनीति में भी रहा हूं सामाजिक जीवन में रहा हूं दिल्ली में इससे बुरी हालत कभी नहीं देखी हम लोग सुनते थे हम लोग सुनते थे कि शूट आउटलेट लोखंड वाला बड़ा फिल्मी नाम लगता था दूर से देखने में आज तो जिस दिल्ली में देख रहे हैं हम जिस दिल्ली में हम बैठे हैं उसमें रोज खबर आ रही है शूट आउट एट कबीर नगर सूट आउट एट रोहिणी सूट आउट एट पश्चिम बिहार शूट आउट एट नारायणा सूट आउट एट मीराबाग सूट आउट एट ज्योतिनगर सूट आउट एट सोनिया बहार सूट सूट आउट एट होटल सूट आउट एट रेस्टोरेंट सूट आउटड कार शोरूम हर जगह सूट
आउट ही हो रहे हैं नवंबर के पहले हफ्ते में अखबार पढ़ रहा था मैं एक दिन डर लगा मुझे भी दिल्ली में देख के 9 नवंबर की अखबार की रिपोर्ट थी कि पिछले 10 दिन में सूट आउट की सात घटनाएं हुई है इसी महीने में जिस महीने में हम बात कर रहे हैं दिल्ली में सूट आउट की सात घटनाएं हुई है ये अमित शाह जी ने दिल्ली को सूट आउट राजधानी बना दिया है सूट आउट खंडवाला की जगह इतने सारे मैंने नाम पढ़े हर जगह से हम कहीं ना कहीं सुन रहे हैं कि सूट आउट दिस शूट आउट दिस शूट दिस दिल्ली के हर कॉलोनी हर मोहल्ले से खबरें आ रही है जुग्ग हों से लेकर बड़ी बड़ी
कॉलोनियों तक सामान्य रेस्टोरेंट चलाने वाले से कार के शोरूम चलाने वाले तक कोई सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा सबको डर लग रहा है कि पता नहीं आने वाला फोन वसूली का ना हो पता नहीं सामने जो मोटरसाइकिल निकल रुक रही है गोली ना चला जाए इसपे से कोई उतर के इस दहशत में आज दिल्ली के आम व्यापारी को जीना पड़ रहा है दिल्ली के आम आदमी को जीना पड़ रहा है कौन सी लॉ एंड ऑर्डर की बात कर रहे हो कौन सी लॉ एंड ऑर्डर को ठीक किया है आपने 10 साल हो गए आपको तीसरा तीसरा टर्म मिला है आपको कुछ तो शर्म करो कुछ तो लाज रखो कि आप देश की राजधानी को चला रहे हो
तो अध्यक्ष महोदय मैं बस यही कहना चाहूंगा इस मौके पर कि यह अपराध का मुद्दा दिल्ली में बढ़ते हुए अपराध का मुद्दा केवल एक राजनीतिक बहस का मुद्दा नहीं है दिल्ली के आम आदमी की जिंदगी से जुड़ा हुआ मुद्दा है हर उस मां का मुद्दा है जिसके बच्चे स्कूल पढ़ने जा रहे हैं हर उस परिवार का मुद्दा है जिसका कोई व्यक्ति कहीं मार्केट में गया हुआ है दुकान चला रहा है किसी तरह का व्यापार कर रहा है और ये तो वो घटनाए है जिनका हम बड़े स्तर पर जिक्र कर रहे हैं कौन सी गली में दिल्ली के चेन स्नेचिंग और मोबाइल स्नेचिंग जैसी घटनाए नहीं हो रही
उस दिन मैं और मोनू गाड़ी में बैठे हुए थे किसी शादी में जा रहे थे कान काट लिया कि इनके पास में फोन आया थाने में फोन करो जल्दी से मेरी विधानसभा में चेंस ने ये कान के कुंडल खींचने के लिए कान काट लिया है क्यों क्योंकि आप ड्रग्स मंगवा रहे हो दिल्ली में बड़े पैमाने पर आपने ड्रग्स का कारोबार पैरल चला रखा है सारा देश जान रहा है मैं रिकॉर्ड के आधार पर कह सकता हूं कि सारा ड्रग्स पता नहीं कहां-कहां से आके गुजरात आ रहा है और गुजरात से दिल्ली लाया जा रहा है हजारों हजार करोड़ रुपए का ड्रग्स इस तरह से लाया जा रहा है व ड्रग्स लेकर तो उसके बाद में

 

व चेन स्नेचिंग करने चलते हैं कान के कुंडल और मोबाइल खींचने चलते हैं उसके बाद में यह भी नहीं देखते कि कान काट दिया सोनू मैंने इनको कहा ऐसे ही मैंने कहा यार कान काटना थोड़ी ज्यादा बोल रहे होंगे मतलब खींचा होगा मैं गाड़ी में बैठ के बात कर रहा था मनु भाई से कि हो सकता है अटेम्प्ट हुआ होगा ये तो सबको पता है कि दिल्ली अपराधों की राजधानी है पर फोन करने वाला हो सकता है थोड़ा सा एजरेट करके बता कान काट लिया फोटो आ गया इनके पास में थोड़ी देर में वीडियो था इतना दर्दनाक वीडियो था वो तो चारों तरफ हर तरफ किसी ना किसी क्राइम की कहानी
है ये जो मैंने आंकड़े दिए ये तो बड़े अपराधों के हैं कितने अपराध रिपोर्ट नहीं हो रहे साइबर क्राइम का अपराध साइबर सेल में आपकी कोई पढ़ी लिखी लड़की कल गई है मैं बता रहा हूं आपको कल ग पढ़ी लिखी लड़की मेरे साथ काम करती थी वो आके दुखी हो रही थी कि सर फोन नंबर पर फोन भेज दिए मेरे सारे डाटा को उठा के हैक करके पैसे ले लिए अब मैं जाकर साइबर क्राइम में फोन जाक धक्के खा रही हूं कोई सुनने को तैयार नहीं है यह तो हालत है लॉ एंड ऑर्डर की और आप कहां बिजी है केजरीवाल को नहीं चुनाव जीतने देना है केजरीवाल पर झूठे आरोप लग जाए लगाते रहना है सत्येंद्र जैन बाहर ना
आ जाए अमानतुल्ला खान बाहर ना आ जाए मनी सिसिया जाए अखलेश पर जो मामला चला था व कैसे फ्री ना हो जाए सोमदत से लेकर जनेल से लेकर य जितने बैठे हैं सबके ऊपर जो मामले चले हुए हैं वो बाहर ना आ जाए किसी तरह से आपकी सारी अटेंशन उसी में बिजी है आपकी सारी फोर्स उसी में बिजी है जो कुछ आपको आता है आप केवल उस पर खर्च कर रहे हो जो कुछ आता है उसको थोड़ा सा तो खर्च करो दिल्ली के लोगों के ऊपर हो सकता है दिल्ली के लोगों का कुछ भला हो जाए मैं उम्मीद करूंगा अध्यक्ष महोदय कि यहां से आवाज य खाली विधानसभा की आवाज नहीं बल्कि दिल्ली के लोगों की आवाज बन के जाएगी और इस देश
के मंत्री इस बात को संज्ञान में लेंगे कि उनकी कोई जिम्मेदारी है अगर वो नहीं हैंडल कर पाते तो अपने पद से इस्तीफा दे दे और अगर हैंडल कर पा सकते हैं तो हैंडल करके दिखाए दिल्ली के लोग अपेक्षा रख रहे हैं बहुत बहुत धन्यवाद

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